लोकायुक्त पुलिस संगठन सागर ने की कार्यवाही
रिश्वत के पांच हजार रूपये किये जप्त
![]() |
लिपिक अवधराज प्यासी |
श्री चतुर्वेदी की अपील के तथ्यों से सहमत होते हुए माननीय उच्च न्यायालय ने अपने निर्णय में जिला शिक्षा अधिकारी पन्ना को आदेशित किया था कि अपीलार्थी को क्रमोन्नति का लाभ दिया जाये। न्यायालय के आदेश के परिपालन में कार्यवाही करने हेतु जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की न्यायालय शाखा के लिपिक अवधराज प्यासी ने सेवानिवृत्त पीटीआई के पुत्र अभयप्रकाश चतुर्वेदी निवासी किशनगढ़ जिला छतरपुर से दस हजार रूपये की रिश्वत की मांग की गई।
![]() |
लोकायुक्त पुलिस टीम |
जिसकी शिकायत अभयप्रकाश चतुर्वेदी द्वारा लोकायुक्त पुलिस सागर से की। आज अपरान्ह जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे अभयप्रकाश चतुर्वेदी ने लिपिक अवधराज प्यासी को रिश्वत के पांच हजार रूपये सौंपे, उसके अगले ही पल लोकायुक्त पुलिस टीम ने लिपिक को रंगे हांथ धर दबोंच लिया। इस बीच लोकायुक्त पुलिस ने लिपिक का पैंट घुलवाया तो उससे लाल रंग का पानी निकला। चूंकि रिश्वत की राशि लेकर लिपिक ने उसे अपने पैंट के पॉकेट में डाल लिया था। रिश्वत लेने के मामले में गिरफतार लिपिक अवधराज प्यासी के विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत् प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। बाद में लोकायुक्त पुलिस ने जमानती मुचालके पर उसे रिहा कर दिया। वहीं आरोपी बनाये गये लिपिक ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उसे साजिश के तहत् फंसाया जा रहा है। लिपिक का कहना है कि क्रमोन्नति आदेश एक माह पूर्व ही जारी हो चुका था लेकिन कोई आदेश लेने नहीं आया।
Posted by 01.26
, Published at
Tidak ada komentar:
Posting Komentar