डिंडोरी. जिले में एक दुल्हन द्वारा विवाह की रस्मों के दौरान बच्चे को जन्म देने के बाद जब दूल्हे के घरवाले बारात वापस लेकर लौटने लगे तो दूल्हे ने सामाजिक मान्यताओं को दरकिनार कर दुल्हन का साथ देने का फैसला किया. बारातियों के लाख समझाने के बावजूद दूल्हा नहीं माना और दुल्हन का हाथ थाम और नवजात शिशु को गोद में लेकर फेरें पूरे किए. डिंडौरी जिले के अजवार गांव का मान सिंह बारात लेकर बिछिया गांव पहुंचा. बारात पहुंचने पर वैवाहिक रस्मों का दौर चल रहा था, तभी दुल्हन को पेट में तेज़ दर्द हुआ. इसपर उसे एक कमरे में ले जाया गया, जहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया. दूल्हे मान सिंह के घरवालों को यह बात पता चलते ही वे बिना दुल्हन के बारात के लौटने की तैयारी करने लगे लेकिन दूल्हे ने ऐसा करने से मना कर दिया और अग्नि को साक्षी मन दुल्हन और नवजात के साथ सात फेरे लिए. मान सिंह का कहना था कि उसे इस बात का पता था कि उसकी होने वाली पत्नी गर्भवती है. मान सिंह ने बताया कि सगाई के बाद जब वह अपनी दुल्हन से मिला था तभी से उसे उसके गर्भवती होने की बात पता थी. मान सिंह का कहना था कि अगर समाज और जाति उसे इस बात के लिए सज़ा देना चाहती है तो वो इसके लिए भी तैयार है.
Posted by , Published at 05.20

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