मुम्बई में महिला पत्रकार से गैगरेंप करने वाले आरोपीयों का कहना है कि वो पोर्न फिल्में देखकर अपनी काम वासना को शांत करने के लिए लडकियों और महिलाओं की तलाश किया करते थें। आरोपीयों ने पुलिस को दियें अपने बयान में कहा है कि वो नियमित रूप सें मदनपुराए बाइकुला और अग्रीपाड़ा में पोर्न फिल्में देखते थें और अपनी काम वासना को शांत करने के लिए मुम्बई के रेड लाइट एरिया में जाते थे इस दौरान यदि कोई लडकी उन्हें मिल जाती थी तो हम लोग उसें ही अपना शिकार बना लेते थें।
इस संदर्भ में पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि "विजय जाधवए कासिम बंगाली और नाबालिग ने पूछताछ के दौरान बताया कि वे अकसर पॉर्न देखने जाया करते थे। पिछले हफ्ते जाधव वास्तव में ऐसे ही एक पार्लर के भीतर सोते हुए पाया गया था। नौजवानों को गुनाह की ओर धकेलने के पीछे इसी तरह की फिल्में काफी हद तक जिम्मेदार हैं।"
वही दूसरी तरफ अग्रीपाड़ा में रहने वाले सलीम खान ने कहाए "अकेले मदनपुरा में करीब चार दर्जन गैर.कानूनी पार्लर हैं। इनमें से कई में हर रोज आठ से दस फिल्में चलाते हैं।"
इस खुलासें ने ये साफ कर दिया है कि मुम्बई के मदनपुरा, बाइकुला और अग्रीपाड़ा सहित कई इलाको में अश्लील फिल्मो का करोबार काफी तेजी से फल फूल रहा है। अब देखना यह होगा कि इस खुलासें के बाद मुम्बई पुलिस तेजी से फल फूल रहें इस कारोबार पर कितना लगाम लगा पाती है।
Posted by 10.01
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