*राजनैतिक दवाब से कारवाही हो रही ठप्प
शिवगंज। कहने को न्याय पर आज जिन व्यक्ति के पास न्याय है व अन्याय होते हुये साफ नजर आ रहा है । शहर के इंद्रा कोलोनी निवासी भंवर मीणा के माता ने तत्कालिन पार्षद दुर्गाराम सोनल से कुछ जरुरी घरेलू कार्य के लिए 30 हजार रूपये उधार लिये थे जिसके बदले में उनकी माता शांतिबाई ने एक पट्टा सुदा प्लाट गिरवी रख दिया और उधार राशि को दो-दिन माह में वापिस करने को कहा था पर जहा जिस प्लाट को गिरवी रखा था । उसमें कुछ समय के लिए सोनल ने अपनी टेन्ट की दुकान का सामान रखा एवम साथ में अवैध रूप से शराब की बिक्री दो महीने तक की । उसके मन काला होने से एक दिन शांतिबाई को अकेली देककर प्लाट के सम्बन्धित कागजात लिए और उनकी फोटो कोपी करवाई पर इस बात की हवा तक शान्तिबाई को नही लगी। रूपये देने की अवधि से पहले सोनल रजिस्ट्री करवाकर बेचने की नियत लगाकर बैठा था । जब इस बात का पता उसके पुत्र भंवर मीणा पताचला तो तत्कालिन पार्षद दुर्गाराम सोनल ने राजनैतिक दवाब डालकर वह एक एस सी का होने के खातिर दुब्लिकेट पट्टा सुदा कागजातों जैसे ,तैसे करके नगर पालिका के कर्मचारियों के मिली भगत से रजिस्ट्री करवाकर जल्दबाजी में प्लाट के समीप रहने वाले मुसलमानों को बेच दिया है।वही दूसरी शान्ति बाई पुत्र भंवर मीणा ने दोषियोखिलाफ़ कारवाई करने के लिए स्थानीय अधिकारियों सहित डी एस पी को ज्ञापन कही बार दिया गया पर राजनैतिक दवाब से कारवाही ठप्प होरही है।
शिवगंज। कहने को न्याय पर आज जिन व्यक्ति के पास न्याय है व अन्याय होते हुये साफ नजर आ रहा है । शहर के इंद्रा कोलोनी निवासी भंवर मीणा के माता ने तत्कालिन पार्षद दुर्गाराम सोनल से कुछ जरुरी घरेलू कार्य के लिए 30 हजार रूपये उधार लिये थे जिसके बदले में उनकी माता शांतिबाई ने एक पट्टा सुदा प्लाट गिरवी रख दिया और उधार राशि को दो-दिन माह में वापिस करने को कहा था पर जहा जिस प्लाट को गिरवी रखा था । उसमें कुछ समय के लिए सोनल ने अपनी टेन्ट की दुकान का सामान रखा एवम साथ में अवैध रूप से शराब की बिक्री दो महीने तक की । उसके मन काला होने से एक दिन शांतिबाई को अकेली देककर प्लाट के सम्बन्धित कागजात लिए और उनकी फोटो कोपी करवाई पर इस बात की हवा तक शान्तिबाई को नही लगी। रूपये देने की अवधि से पहले सोनल रजिस्ट्री करवाकर बेचने की नियत लगाकर बैठा था । जब इस बात का पता उसके पुत्र भंवर मीणा पताचला तो तत्कालिन पार्षद दुर्गाराम सोनल ने राजनैतिक दवाब डालकर वह एक एस सी का होने के खातिर दुब्लिकेट पट्टा सुदा कागजातों जैसे ,तैसे करके नगर पालिका के कर्मचारियों के मिली भगत से रजिस्ट्री करवाकर जल्दबाजी में प्लाट के समीप रहने वाले मुसलमानों को बेच दिया है।वही दूसरी शान्ति बाई पुत्र भंवर मीणा ने दोषियोखिलाफ़ कारवाई करने के लिए स्थानीय अधिकारियों सहित डी एस पी को ज्ञापन कही बार दिया गया पर राजनैतिक दवाब से कारवाही ठप्प होरही है।
Posted by , Published at 05.18
Tidak ada komentar:
Posting Komentar