(टाइम्स ऑफ क्राइम)
अनिल सिंह– भोपाल में 1100 क्वॉर्टर्स में गिरी पानी की टंकी का हादसा सभी को याद होगा,उसके बाद नगर निगम द्वारा जर्जर टंकियों का गिराने का अभियान शुरू किया गया उस खबर को लेने गये दबंग दुनिया के पत्रकार नरेन्द्र शर्मा आज भी अपने इलाज के लिये रुपयों के इंतजाम के लिये दर-दर भटक रहे हैं.
मंत्री बाबूलाल गौर और महापौर कृष्णा गौर की असंवेदनशीलता सामने आई
दरअसल नरेन्द्र शर्मा जी का जबड़ा दो हिस्सों में टूट गया था,उसे उसी समय स्टील की प्लेट लगा कर जोड़ा गया,चिकित्सकों ने निर्णय लिया कि 6 महीने बाद इसका आपरेशन किया जायेगा जिसमें लगभग 2 .50लाख का खर्च आना है,जिसमें उस प्लेट कि जगह बोन ड्राफ्टिंग कि जायेगी,जब जुलाई 2013 में इस हेतु मंत्री जी को याद दिलाया गया तब चुनावी आचार संहिता का हवाला दिया गया और बात आई गयी हो गयी,8 जनवरी 2014 को पुनः आवेदन दिया गया लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ जबकि ओपरेशन होना है,इस दुर्घटना में नरेन्द्र जी के 18 दांत भी टूट गये इनके प्रत्यारोपण में 5 लाख का खर्च आना है,मतलब कुल जमाखर्च साढ़े सात लाख का खर्च अभी आना है,जिसका इंतजाम समाज का यह प्रहरी नहीं कर पा रहा है और सत्ता लाल बत्तियों में घूम रही है सबको घुमा रही है.
इस आपरेशन में आर्थिक सहयोग करने के लिए नरेंद्र शर्मा के नाम पर एकाउंट नंबर 2073101018102 (एकाउंट होल्डर- नरेंद्र शर्मा,एमपी नगर ब्रांच, केनरा बैंक) में जमा करा सकते हैं।
(x-ray of narendra jaws ) 

2 लाख की सहायता राशि लेने में पसीने आ गये थे
जब नरेन्द्र जी को अस्पताल में स्टील की प्लेट लगाई गयी तब 2 लाख का बिल इंतजाम होने में प्रशासन को 6 महीने का समय लग गया.इस इलाज को भोपाल मे होना है जिसके बिना नरेन्द्र जी सामान्य जीवन नहीं गुजार सकते.सभी पत्रकार बंधु अपने अपने स्तर पर नरेन्द्र जी की मदद के लिये तैयार हैं और जी जान से सहायता में लग गये हैं,यदि आप भी मानवता की सेवा में मदद करना चाहते हैं तो कृपया नरेन्द्र जी से संपर्क कर सकते हैं.इनका मोबाइल नंबर 9827867862 है.
महापौर से बात करने पर उनके सहायक विनय तिवारी से बात हुई,उन्होने मंत्री बाबूलाल गौर से बात करने को कहा है और एक दिन बाद उसका जवाब देने को कहा है.
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