तहसील प्रतिनिधि // संजय सिंह बघेल (सीधी // टाइम्स ऑफ क्राइम)
प्रमुख से संपर्क- 88892 89899
मऊगंज स्वास्थ्य केन्द्र में जब से मन्सूरी बी.एम.ओ. प्रभार में आए है तब से अधीनस्थ डाक्टर बेलगाम हो चुके है। डाक्टरों के चलते पूरा स्वास्थ्य केन्द्र भर्रेशाही की भेंट चढ़ चुका है, आए दिन डाक्टर अस्पताल से नदारत मिलते हैं ज्यादातर डाक्टर अपने निवास को क्लीनिक बना रखा है। अक्सर यह कहकर मरीजों को दवाइयों का पर्चा थमा देते है कि दवाइया यहॉ नहीं है।
डाक्टरों की लापरवाही के चलते प्रसूता संगीता पटेल जो कि प्रसूति अवस्था में भी 10 दिनों से मऊगंज में डाक्टरों को बराबर दिखा रही थी पति के बताए अनुसार डाक्टर पहले कहते रहें कि बच्चा यही हो जायेगा, लेकिन मरणसन्न अवस्था में रीवा रेफर किया गया जहॉ डाक्टरों ने बताया कि बच्चा पेट में ही दो दिन पहले ही खत्म हो चुका है, जिसको रीवा अस्पताल में एडमिट किया गया उसके बाद प्रसूता की मौत हो गई आखिर कब तक चलेगी स्वास्थ्य केन्द्रों में डाक्टरों की भर्रेषाही कहा जाता है कि मरीजों को मिलने वाला बजट कब तक इंसानी जिन्दगियों से स्वास्थ्य केन्द्रों पर खिलवाड़ प्रशासन क्यो है मौन ऐसे सवाल है जिनका जवाब स्वास्थ्य मंत्रियों एवं आला अफसरों के पास नहीं है क्योंकि सभी लिप्त है बजट के बंदर बाट में आए दिन रीवा संजय शाह से लेकर तमाम स्वास्थ्य केन्द्रों में लापरवाही की खबरें खुशियों में दी जाती है, क्यों नहीं होती कार्यवाही क्या इसके जिम्मेंदार लोग नोटों के आगे अपने दिमाग, ऑख, कान बंद करके बैठ गए है। वाह रे भर्रेशाही के भेट चढ़ते लाचार प्रदेश को देखकर आम जनता त्रस्त हो चुकी है क्या यही है शिवराज का स्वर्णिम मध्यप्रदेश।
Posted by , Published at 04.42

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