toc news internet channel
कथावाचक आसाराम बापू की संलिप्तता वाले नाबालिग छात्रा यौन उत्पीड़न मामले में अभियोजन पक्ष फास्ट ट्रैक कोर्ट से सुनवाई की संभावना तलाश रहा है। राजस्थान के अतिरिक्त महाधिवक्ता आनंद पुरोहित ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अभियोजन पक्ष आसाराम के सहयोगी शिवा या शिल्पी में से किसी एक को सरकारी गवाह बनाने पर भी विचार कर रहा है। आसाराम का खास सेवादार रहा शिवा पुलिस की गिरफ्त में है जबकि छिंदवाड़ा स्थित गुरुकुल के छात्रावास की वार्डन शिल्पी इस समय फरार है।
जोधपुर पुलिस ने कहा है कि मामले में शिवा और शिल्पी के शामिल होने के पक्के सबूत हैं। शिल्पी और आसाराम के आश्रम के बीच की कड़ी के रूप में शिवा कार्य करता था। आश्रम की ओर से वही शिल्पी से बात करता था। जोधपुर पुलिस के उपायुक्त अजयपाल लांबा के अनुसार शिल्पी ही वह शख्स थी जिसने पीड़ित छात्रा के मन में भूत का वहम पैदा किया और कहा कि इस व्याधा से उसकी आसाराम बापू ही रक्षा कर सकते हैं। इसके बाद शिल्पी ने छात्रा के माता-पिता को जोधपुर या अहमदाबाद के आश्रम में ले जाकर उन्हें आसाराम से मुलाकात के लिए तैयार किया। पुलिस ने शिल्पी, शिवा और पीड़ित छात्रा के माता-पिता से मोबाइल फोन पर हुई बातचीत का रिकॉर्ड हासिल कर लिया है। यह बातचीत 13 से 15 अगस्त के बीच हुई। पुलिस ने यह काल रिकॉर्ड अदालत में दाखिल किया है। जबकि सुनवाई के दौरान सेवादार शिवा ने आश्रम में यौन उत्पीड़न की किसी वारदात से इन्कार किया है। उसने कहा है कि यह आश्रम को बदनाम करने की कांग्रेस की साजिश है। उसने आसाराम से संबंधित कोई सेक्स सीडी होने की बात से भी इन्कार किया है। इस दावे के विपरीत पुलिस के सीडी की बरामदगी के लिए अहमदाबाद जाने की खबर है।
Posted by 06.56
, Published at
Tidak ada komentar:
Posting Komentar