हाईकोर्ट में दायर याचिका की वापसी के लिए एक करोड़ का आफर...?

हाईकोर्ट में दायर याचिका की वापसी के लिए एक करोड़ का आफर...?


मामला फोरलेन के निमार्ण कार्य में लगी कंपनी द्वारा 
अवैध नलकूप खनन का 
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बैतूल, बैतूल से नागपुर तक फोर लेन के निमार्ण कार्य में लगी एक कंपनी के विरूद्ध बैतूल के एक जागरूक तथाकथित पर्यावरण प्रेमी की याचिका पर दायर मामले के निपटारे के लिए अब कंपनी की ओर से याचिकाकत्र्ता को एक करोड़ रूपए का आफर दिया जा रहा है ताकि वह जनहित में दायर उक्त याचिका  वापस ले ले ताकि कंपनी को अवैध रूप से खोदे गए नलकूपो से पानी का उपयोग सड़क निमार्ण कार्य में किया जा सके। इधर हाईकोर्ट के निर्देश पर अवैध नलकूपो के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई के बाद बंद करवाए जा रहे नलकूपो से आए जलसंकट के चलते कपंनी का फोर लेन सड़क निमार्ण कार्य ठप्प होने की संभावनाए बढऩे लगी है साथ ही कंपनी के खिलाफ अपराधिक मामले दर्ज होने की परिस्थितियों को देखते हुए कबंपनी और बिचौलिए के बीच सौदेबाजी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कंपनी की ओर से बताया गया कि जल उपयोग के लिए अनुमति प्रापत की जा रही है लेकिन जो कुछ भी हो रहा है उसकी पल - पल की जानकारी जिला प्रशासन से लेकर भारत सरकार के सड़क एवं परिवहन मंत्रालय तक को है।

एक तरफ कंपनी की ओर से कहा जा रहा है कि कंपनी हर प्रकार के कानूनी दांवपेचो के खिलाफ अपनी ओर से कानूनी लड़ाई के लिए तैयार है लेकिन दुसरी ओर चर्चाओं का बाजार गर्म है कि याचिकाकत्र्ता और कंपनी तथा शिकायतकत्र्ता को लेकर कुछ बिचौलिए के बीच सुलह का रास्ता निकाला जा रहा है जिसको लेकर शुरू की गई सौदेबाजी एक करोड़ तक पहुंच गई है। इधर जबसे एक करोड़ के आफर की $खबर लीक हुई है तबसे एक दर्जन से अधिक तथाकथित पर्यावरण प्रेमी एवं जनहित के ठेकेदारो ने भी कंपनी को अपनी - अपनी ओर से पूरे मामले को लेकर दर्जनो याचिकाए हाईकोर्ट में लगाने की बाते प्रचारित की जा रही है। जानकार सूत्रो का कहना है कि पूरे मामले को लेकर अब सत्तापक्ष के कुछ विधायको ने भी बैतूल की ओर अपनी आवाजाही बढ़ा दी है। फोरलेन निमार्ण कार्य में लगी कंपनी के ऊपर बैतूल से चिचंडा के बीच 60 किलोमीटर के कार्य क्षेत्र में सबसे अधिक कंपनी के खिलाफ किसानो की ओर से शिकवा - शिकायती मामले सामने आ रहे है लेकिन खबर लिखे जाने तक पूरे मामलो को लेकर कोई भी किसान या कंपनी से पीडि़त पक्ष उच्च न्यायालय की शरण में नहीं गया है। किसानो की आड़ में तथाकथित समाजसेवियों एवं जनहित के कार्यो में लगे लोगो की दिलचस्पी इन दिनो चौक चौराहो पर तरह - तरह की अटकलो के बाजारो को गर्म कर रही है।
Posted by Unknown, Published at 07.53

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